सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सड़क सुरक्षा व शिक्षा

  सड़क सुरक्षा व शिक्षा  से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु सड़क परिवहन के नियम, संकेत व प्रतीक  राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बनाए जाते हैं  सड़क पर गाड़ी चलाते समय हमारे पास  लाइसेंस  ,वाहन रजिस्ट्रेशन ,बीमा तथा प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित डॉक्यूमेंट होने चाहिए इस अध्याय में आपकी तैयारी कितनी है इसे जांचने के लिए इस यहां पर क्लिक करके वस्तुनिष्ठ प्रश्न पत्र को हल करें सड़क दुर्घटना से बचने के उपाय सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें यातायात के नियमों का पालन  नियंत्रित गति से गाड़ी चलानी चाहिए  शराब पीकर गाड़ी नहीं चलानी चाहिए  मोबाइल पर बात नहीं करनी चाहिए जेबरा क्रॉसिंग - पैदल चलने वाले यात्रियों को सड़क पार करते समय ज़ेबरा क्रॉसिंग का इस्तेमाल करना चाहिए। ब्रेन एनालाइज(श्वास विश्लेषक यंत्र) -- शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले व्यक्तियों की श्वास द्वारा शराब की मात्रा की जांच करने वाला यंत्र है। फुट ओवर ब्रिज --पैदल चलने वाली यात्रियों को सड़क पार कराने वाले पुल बीआरटी  (बस रैपिड ट्रांजिट कोरिडोर) -- सार्वजनिक परिवहन की एक महत्वपूर्ण प्रणा...

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता तथा सूचना का अधिकार

उपभोक्ता - किसी वस्तु या सेवा का मूल्य चुका कर उसे प्राप्त कर के उसका उपयोगकर्ता ही उपभोक्ता कहा जाता है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले उपभोक्ता विवादों के निपटारे के लिए माल विक्रय अधिनियम 1930 बनाया गया था  24 दिसंबर 1986 को भारतीय संसद में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 पारित किया गया। राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस प्रतिवर्ष 24 दिसंबर को मनाया जाता है।  इस अधिनियम के अनुसार उपभोक्ता विवाद का निवारण तीन स्तर पर किया जाता है।                1.राष्ट्रीय स्तर। 2.राज्य स्तर   3.जिला स्तर विधिक सेवा अधिनियम 1987 में पारित किया गया था  प्रतिवर्ष 5 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है  विधिक जागरूकता -- समाज के प्रत्येक व्यक्ति को नियमों कानूनों तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने का कार्य ही विधिक जागरूकता कहलाती है सूचना का अधिकार-RTI (RIGHT TO INFORMATION) -- सूचना का अधिकार अधिनियम लोकसभा में 15 जून 2005 को पारित हुआ तथा 13 अक्टूबर 2005 को संपूर्ण भारत में ला...

समय की शुरुआत से

  समय की शुरुआत से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु लाखो वर्ष पूर्व सर्वप्रथम अफ्रीका में मानव प्राणियों का प्रादुर्भाव हुआ था 56 लाख  वर्ष पूर्व हमारे धरती पर मानव के समान प्राणी अस्तित्व में आए थे मानव का विकास मानव का विकास के इतिहास को 360 से 240 लाख वर्ष पूर्व तक खोज जा सकता है। सबसे पहले स्तनधारी प्रणियों में प्राइमेट नामक श्रेणी का विकास हुआ इसके बाद लगभग 240 लाख साल पहले प्राइमेट श्रेणी से  होमिनॉइड उपसमूह बने ,जिसमे वानर(एप-बिना पूछ वाले बन्दर) शामिल थे होमिनॉइड से 56 लाख वर्ष पहले होमिनिड़ का विकास अफ्रीका में हुआ। होमिनिड़ की दो प्रमुख शाखायें है   1. ऑस्ट्रेलोपीथिकस    -मस्तिष्क छोटा, दाँत व जबड़े बड़े                            2. होमो - मस्तिष्क बड़ा, दाँत व जबड़े छोटे होमो लेटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है आदमी होमो को कई प्रजाति में विभाजित किया गया है  1. होमो हैबिलिस -औजार बनाने वाला मनुष्य 2. होमो एरेक्टस - सीधे खड़े होकर पैरों के बल चलने वाला मनुष्य 3. होमो सेप...

भोजन एवं मानव स्वास्थ्य

 भोजन एवं मानव स्वास्थ्य महत्वपूर्ण बिंदु संतुलित भोजन - वह भोजन जिसमें भोजन के सभी घटक उचित मात्रा में उपस्थित हो संतुलित भोजन कहलाता है कुपोषण - लंबे समय तक असंतुलित भोजन ग्रहण करने से उत्पन्न हुई रोग की स्थिति को कुपोषण कहते हैं प्रोटीन की कमी से होने वाले प्रमुख दो रोगों के नाम 1. क्वाशिओरकर 2.मेरस्मस भोजन एवं मानव स्वास्थ्य से संबंधित इस इस पेपर को शुरू करने से पहले अपना नाम लिखें #

भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनोतियाँ

 भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनोतियाँ इस टॉपिक से सम्बंधित कुछ प्रश्नों को हल करके आप देख सकते कि आप कितने तैयार है