सेरीकल्चर(Sericulture) किसे कहते है ।रेशम कीट का जीवन चक्र समझाइये।
Ans- रेशम कीट को पालकर रेशम प्राप्त करने को सेरीकल्चर कहते है।
रेशम कीट को शहतूत के पौधे की पत्तियों पर पाला जाता है यह कीट शहतूत की पत्तियां खाता है।
रेशम कीट का जीवन चक्र- मादा रेशम कीट शहतूत की पत्तियों पर बहुत सारे अंडे देती है ।इन अंडो से इल्लियॉ या कैटरपिलर (लार्वा) निकलते है ।ये लार्वा शहतूत की पत्तियां खाकर बड़े हो जाते है ।इनके पास मकड़ी के समान धागा निकालने वाली ग्रन्थि होती है जिसे रेशम ग्रन्थि कहते है।
Ans- रेशम कीट को पालकर रेशम प्राप्त करने को सेरीकल्चर कहते है।
रेशम कीट को शहतूत के पौधे की पत्तियों पर पाला जाता है यह कीट शहतूत की पत्तियां खाता है।
रेशम कीट का जीवन चक्र- मादा रेशम कीट शहतूत की पत्तियों पर बहुत सारे अंडे देती है ।इन अंडो से इल्लियॉ या कैटरपिलर (लार्वा) निकलते है ।ये लार्वा शहतूत की पत्तियां खाकर बड़े हो जाते है ।इनके पास मकड़ी के समान धागा निकालने वाली ग्रन्थि होती है जिसे रेशम ग्रन्थि कहते है।
ये लार्वा इस ग्रन्थि से पतला धागा निकाल कर अपने चारों ओर लपेट लेता है जिससे लार्वा रेशम के खोल में बंद हो जाता है इसे कोकुन(Cocoon) कहते है।
कोकुन के अंदर का लार्वा प्यूपा कहलाता है ।बाद में कोकुन से वयस्क कीट बन जाता है । ओर पुनः यही जीवन चक्र शुरू हो जाता है।
इससे रेशम प्राप्त करने के लिये कोकुन को गर्म पानी मे डाला जाता है जिससे इसके अंदर का प्यूपा मर जाता है और कोकुन से रेशम का धागा अलग कर लिया जाता है।
इससे रेशम प्राप्त करने के लिये कोकुन को गर्म पानी मे डाला जाता है जिससे इसके अंदर का प्यूपा मर जाता है और कोकुन से रेशम का धागा अलग कर लिया जाता है।
यदि कोकुन फट जाता है तो रेशम खराब हो जाता है अतः कोकुन से रेशम निकालना बड़ी सावधानी का काम है
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